वर्ष 2022 में रक्षाबंधन के दिन भद्रा होने के कारण जनमानस में असमंजस की स्थि‍ति है

रक्षाबंधन 2022 : शुभ मुहूर्त, पूजा विधि

11 अगस्त को 11.39 बजे प्रात:काल पूर्णिमा प्रारंभ हो रही है। शास्त्रों के अनुसार जिनमें जय मार्तण्ड पंचांग अनुसार भी जब भद्रा पाताल लोक में रहती है तो शुभ होती है

11 अगस्त राखी बांधने का शुभ समय- सुबह 09.28 मिनट से रात 09.14 मिनट।

11 अगस्त 2022 की पूर्णिमा को संपूर्ण दिन चंद्रमा मकर राशि में रहेगा एवं चंद्रमा के मकर राशि में होने से भद्रा का वास इस दिन पाताल लोक में रहेगा।

मुहूर्त चिंतामणि के अनुसार जब चंद्रमा कर्क, सिंह, कुंभ या मीन राशि में होता है तब भद्रा का वास पृथ्वी पर होता है।

चंद्रमा जब मेष, वृषभ, मिथुन या वृश्चिक में रहता है तब भद्रा का वास स्वर्गलोक में रहता है

अभिजीत मुहूर्त- दोपहर 12.06 मिनट से 12.57 मिनट तक अमृत काल- सायं 06.55 मिनट से रात 08.20 मिनट तक। 

कन्या, तुला, धनु या मकर राशि में चंद्रमा के स्थित होने पर भद्रा पाताल लोक में होती है। 

भद्रा जिस लोक में रहती है, वहीं प्रभावी रहती है। इस प्रकार जब चंद्रमा कर्क, सिंह, कुंभ या मीन राशि में होगा तभी वह पृथ्वी पर असर करेगी अन्यथा नहीं

इस बार श्रावण शुक्ल पूर्णिमा तिथि का प्रारंभ 11 अगस्त को सुबह 10.38 मिनट से शुरू होगा तथा शुक्रवार, 12 अगस्त की सुबह 07.05 मिनट पर पूर्णिमा तिथि समाप्त होगी।

ब्रह्म मुहूर्त- सुबह 04.29 मिनट से 05.17 मिनट तक। - राहुकाल का समय- दोपहर 02.08 मिनट से 03.45 मिनट तक।

प्रातःकाल हनुमान जी एवं पित्तरों को स्मरण व चरण स्पर्श करके जल, रोली, मौली, धूप, फूल, चावल, प्रसाद, नारियल, राखी, दक्षिणा आदि चढ़ाकर दीपक जलाना चाहिए।